भारत के प्रमुख वैज्ञानिक संस्थान और उनकी उपलबधियां
वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR )
- स्थापना: सितंबर 1942
- मुख्यलाय : नई दिल्ली
- अध्यक्ष: भारत का प्रधानमंत्री (पदेन अध्यक्ष)
- वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (Council of Scientific and Industrial Research- CSIR) भारत का सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास (R&D) संगठन है।
- CSIR एक अखिल भारतीय संस्थान है जिसमें 38 राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं, 39 दूरस्थ केंद्रों, 3 नवोन्मेषी परिसरों और 5 इकाइयों का एक सक्रिय नेटवर्क शामिल है।
- CSIR विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा का वित्तपोषण किया जाता है तथा यह सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के अंतर्गत एक स्वायत्त निकाय के रूप में पंजीकृत है।
- इसका कार्य शासकीय निकाय को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संबंधी सलाह या इनपुट्स प्रदान करना है। भारत के प्रमुख वैज्ञानिक संस्थान और उनकी उपलबधियां
प्रमुख CSIR प्रयोगशालाएँ :-
- उन्नत पदार्थ तथा प्रसंस्करण अनुसंधान संस्थान, भोपाल (CSIR-Advanced Materials and Processes Research Institute, Bhopal)
- केंद्रीय काँच एवं सिरामिक अनुसंधान संस्थान, कोलकाता (CSIR-Central Glass Ceramic Research Institute, Kolkata)
- केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान, लखनऊ (CSIR-Central Drug Research Institute, Lucknow)
- कोशिकीय एवं आणविक जीव विज्ञान केंद्र, हैदराबाद (CSIR-Centre for Cellular Molecular Biology, Hyderabad)
- केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान, धनबाद (CSIR-Central Institute of Mining and Fuel Research, Dhanbad)
- केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान, लखनऊ (CSIR-Central Institute of Medicinal Aromatic Plants, Lucknow)
- केंद्रीय चर्म अनुसंधान संस्थान, चेन्नई (CSIR-Central Leather Research Institute, Chennai)
- जीनोमिकी और समवेत जीवविज्ञान संस्थान, दिल्ली (CSIR-Institute of Genomics and Integrative Biology, Delhi)
- भारतीय समवेत औषध संस्थान, जम्मू (CSIR-Indian Institute of Integrative Medicine, Jammu)
- भारतीय पेट्रोलियम संस्थान, देहरादून (CSIR-Indian Institute of Petroleum, Dehradun)
- राष्ट्रीय वांतरिक्ष प्रयोगशालाएँ, बंगलूरु (CSIR-National Aerospace Laboratories, Bengaluru)
- राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान, लखनऊ (CSIR-National Botanical Research Institute, Lucknow)
- सूक्ष्मजीव प्रौद्यिगिकी संस्थान, चंडीगढ़ (CSIR-Institute of Microbial Technology, Chandigarh)
- राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान, नागपुर (CSIR-National Environmental Engineering Research Institute, Nagpur)
- राष्ट्रीय समुद्रविज्ञान संस्थान, गोवा (CSIR-National Institute of Oceanography, Goa)
- राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला, जमशेदपुर (CSIR-National Metallurgical Laboratory, Jamshedpur)
- राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला, नई दिल्ली (CSIR-National Physical Laboratory, New Delhi) भारत के प्रमुख वैज्ञानिक संस्थान और उनकी उपलबधियां
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO)
- भारतीय अन्तरिक्ष अनुसन्धान संगठन की स्थापना 15 अगस्त 1969 में की गयी थी।
- यह भारत का राष्ट्रीय अंतरिक्ष संस्थान है, जिसका मुख्यालय बंगलौर में है।
- मुख्य कार्य भारत के लिये अंतरिक्ष सम्बधी तकनीक उपलब्ध करवाना है।
- अन्तरिक्ष कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्यों में उपग्रहों, प्रक्षेपण यानों, परिज्ञापी राकेटों और भू-प्रणालियों का विकास शामिल है। भारत के प्रमुख वैज्ञानिक संस्थान और उनकी उपलबधियां
उपलब्धियां :-
- भारत का पहला उपग्रह, आर्यभट्ट,19 अप्रैल 1975 को सोवियत संघ द्वारा अंतरिक्ष में छोड़ा गया था।
- 22 अक्टूबर 2008 को इसरो ने देश का पहला चंद्र मिशन चंद्रयान-1 सफलतापूर्वक लॉन्च किया था।
- 22 जुलाई 2019 को चंद्रयान-2 को श्रीहरिकोटा रेंज से प्रक्षेपित किया।
- 25 सितंबर 2014 को भारत ने मंगल ग्रह की कक्षा में सफलतापूर्वक मंगलयान स्थापित किया। इसकी उपलब्धि का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारत ऐसा पहला देश था, जिसने अपने पहले ही प्रयास में यह उपलब्धि हासिल की। भारतीय मंगलयान मिशन का बजट करीब 460 करोड़ रुपये (6.70 करोड़ डॉलर) था
- गगन अर्थात् जीपीएस ऐडेड जियो ऑगमेंटिड नैविगेशन – वायुयान सञ्चालन के लिए .
- भुवन (नेविगेशन)
- नाविक (नेविगेशन ) 11 अप्रैल 2018 को इसरो ने नेवीगेशन सैटेलाइट IRNSS लॉन्च किया। यह स्वदेशी तकनीक से निर्मित नेवीगेशन सैटेलाइट है। इसके साथ ही भारत के पास अब अमेरिका के जीपीएस सिस्टम की तरह अपना नेवीगेशन सिस्टम है।
- गगनयान मानवयुक्त मिशन
- 22 जनवरी 2020 को बंगलूरू में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO), इंटरनेशनल एकेडमी ऑफ एस्ट्रोनॉटिक्स (IAA) और एस्ट्रोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (ASI) के पहले सम्मेलन में इसरो द्वारा मानवयुक्त गगनयान मिशन हेतु एक अर्द्ध-मानवीय महिला रोबोट ‘व्योममित्र’ को लॉन्च किया।
- 27 मार्च 2019 को भारत ने मिशन शक्ति को सफलतापूर्वक अंजाम देते हुए एंटी-सैटेलाइट मिसाइल (A-SAT) से तीन मिनट में एक लाइव भारतीय सैटेलाइट को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया।
- 5 जून 2017 को इसरो ने देश का सबसे भारी रॉकेट GSLV MK 3 लॉन्च किया। यह अपने साथ 3,136 किग्रा का सैटेलाइट जीसैट-19 साथ लेकर गया। इससे पहले 2,300 किग्रा से भारी सैटेलाइटों के प्रक्षेपण के लिये विदेशी प्रक्षेपकों पर निर्भर रहना पड़ता था।
- 14 फरवरी 2017 को इसरो ने पीएसएलवी के जरिये एक साथ 104 सैटेलाइट लॉन्च कर विश्व में कीर्तिमान स्थापित किया।
भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का इतिहास :-
इन्सैट श्रृंखला :-
इन्सैट (इंडियन नेशनल सैटेलाइट सिस्टम) भारत के दूरसंचार, प्रसारण, मौसम विज्ञान और खोज-और-बचाव आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ISRO द्वारा शुरू किए गए बहुउद्देशीय भूस्थिर उपग्रहों की एक श्रृंखला है।
1983 में कमीशन किया गया, इन्सैट एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सबसे बड़ी घरेलू संचार प्रणाली है। यह अंतरिक्ष विभाग, दूरसंचार विभाग, भारत मौसम विज्ञान विभाग, ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन का संयुक्त उपक्रम है।
आईआरएस :-
भारतीय रिमोट सेंसिंग उपग्रह (आईआरएस) पृथ्वी अवलोकन उपग्रहों की एक श्रृंखला है, जो इसरो द्वारा निर्मित, लॉन्च और रखरखाव किया गया है। आईआरएस श्रृंखला देश को रिमोट सेंसिंग सेवाएं प्रदान करती है। भारतीय रिमोट सेंसिंग उपग्रह प्रणाली आज दुनिया में ऑपरेशन में नागरिक उपयोग के लिए रिमोट सेंसिंग उपग्रहों का सबसे बड़ा संग्रह है।
आईआरएनएसएस :-
- आईआरएनएसएस भारत द्वारा विकसित एक स्वतंत्र क्षेत्रीय नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम है। यह भारत में उपयोगकर्ताओं के लिए सटीक स्थिति सूचना सेवा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है और साथ ही इसकी सीमा से 1500 किमी तक फैला हुआ क्षेत्र है, जो इसका प्राथमिक सेवा क्षेत्र है।
- आईआरएनएसएस दो प्रकार की सेवाएं प्रदान करेगा, जैसे कि मानक स्थिति सेवा (एसपीएस) और प्रतिबंधित सेवा (आरएस)।
- यह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा विकसित एक स्वायत्त क्षेत्रीय उपग्रह नेविगेशन प्रणाली है, जो भारत सरकार के कुल नियंत्रण में है।
- इस तरह के नेविगेशन सिस्टम की आवश्यकता इस तथ्य से प्रेरित है कि ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम जैसे जीपीएस की पहुंच शत्रुतापूर्ण स्थितियों में गारंटी नहीं है।
अंतरिक्ष केंद्र :-
- विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी), तिरुवनंतपुरम।
- तरल प्रणोदन प्रणाली केंद्र (एलपीएससी), तिरुवनंतपुरम।
- सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी-एसएचएआर), श्रीहरिकोटा।
- इसरो प्रणोदन परिसर (आईपीआरसी), महेंद्रगिरि।
- इसरो सैटेलाइट सेंटर (आईएसएसी), बैंगलोर।
- अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (एसएसी), अहमदाबाद।
- नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर (एनआरएससी), हैदराबाद।
- इसरो इनर्शियल सिस्टम यूनिट (आईआईएसयू), तिरुवनंतपुरम।
- विकास और शैक्षिक संचार इकाई (डीईसीयू), अहमदाबाद
- मास्टर कंट्रोल फैसिलिटी (एमसीएफ), हासन, कर्नाटक।
- इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी), बैंगलोर।
- इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स सिस्टम (एलईओएस), बैंगलोर के लिए प्रयोगशाला।
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग (आईआईआरएस), देहरादून।
अंतरिक्ष केंद्र :-
- एंट्रिक्स कॉर्पोरेशन – ISRO, बैंगलोर की मार्केटिंग शाखा।
- भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (PRL), अहमदाबाद
- राष्ट्रीय वायुमंडलीय अनुसंधान प्रयोगशाला (एनएआरएल), गडंकी, आंध्रप्रदेश
- उत्तर-पूर्वी अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (NE-SAC), उमियम।
- सेमी-कंडक्टर प्रयोगशाला (एससीएल), मोहाली।
- भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (IIST), तिरुवनंतपुरम – भारत का अंतरिक्ष विश्वविद्यालय।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) :-
- रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO, डिफेंस रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट ऑर्गैनाइज़ेशन)
- भारत की रक्षा से जुड़े अनुसंधान कार्यों के लिये देश की अग्रणी संस्था है।
- संगठन भारतीय रक्षा मंत्रालय की एक आनुषांगिक ईकाई के रूप में काम करता है।
- इस संस्थान की स्थापना 1958 में भारतीय थल सेना एवं रक्षा विज्ञान संस्थान के तकनीकी विभाग के रूप में की गयी थी।
- वर्तमान में संस्थान की अपनी 51 प्रयोगशालाएँ हैं जो इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा उपकरण इत्यादि के क्षेत्र में अनुसंधान में कार्यरत हैं।
भारत के अन्य प्रमुख वैज्ञानिक संस्थान:-
- केंद्रीय चावल अनुसंधान संस्थान – कटक उड़ीसा में ।
- भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान – लखनऊ उत्तर प्रदेश में ।
- केंद्रीय वन अनुसंधान संस्थान – देहरादून उत्तराखंड।
- केंद्रीय तंबाकू अनुसंधान संस्थान – राजमंदरी आंध्र प्रदेश में ।
- केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान – शिमला हिमाचल प्रदेश ।
- भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान – दिल्ली में।
- भारतीय मौसम विज्ञान संस्थान – नई दिल्ली में
- भारतीय खगोल संस्थान – बेंगलुरु कर्नाटक।
- भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण संस्थान – नई दिल्ली में ।
- भारतीय पेट्रोलियम संस्थान – देहरादून उत्तराखंड में।
- केंद्रीय विद्युत अनुसंधान संस्थान – बेंगलुरु कर्नाटक में ।
केंद्र | स्थापना वर्ष | मुख्यालय |
भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र | 1954 | मुम्बई (महाराष्ट्र) |
हाई ऐल्टीट्यूड रिसर्च लैबोरेटरी | 1963 | गुलमार्ग (हिमाचल प्रदेश) |
इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केन्द्र | 1971 | कल्पाक्कम (तमिलनाडु) |
कैगा एटॉमिक पावर प्रोजेक्ट | 2000 | कैगा (कर्नाटक) |
मद्रास एटॉमिक पावर प्रोजेक्ट | 1984 | मद्रास (तमिलनाडू) |
काकरापार परमाणु ऊर्जा संयन्त्र | 1993 | काकरापार (गुजरात) |
नरौरा परमाणु ऊर्जा संयंत्र | 1991 | नरोरा (उत्तर प्रदेश) |
राजस्थान परमाणु ऊर्जा संयंत्र | 1973 | रावतभाटा (राजस्थान) |
यूरेनियम कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड | 1967 | सिंहभूमि (झारखंड) |
तारापुर एटॉमिक पावर स्टेशन | 1969 | तारापुर, मुम्बई (महाराष्ट्र) |
भारत के प्रमुख वैज्ञानिक एवं तकनीकी संस्थान :-
वैज्ञानिक एवं तकनीकी संस्थान | स्थापना वर्ष | मुख्यालय |
श्री हरीकोटा रेंज सेंटर | 1971 | श्री हरीकोटा (आंध्रप्रदेश) |
मास्टर कंट्रोल फैसिलिटी | 1982 | हासन (कर्नाटक) |
विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर | 1963 | तिरुवनंतपुरम (केरल) |
भारत के प्रमुख अन्तरिक्ष विभाग के अधीन संस्थानों की सूची
अन्तरिक्ष संस्थान | स्थापना वर्ष | मुख्यालय |
थुंबा इक्वेटोरियल रॉकेट लॉंच सेंटर | 1962 | थुम्बा, तिरुवनंतपुरम (केरल) |
इसरो उपग्रह केंद्र | 1972 | बंगलौर (कर्नाटक) |
अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र | 1972 | अहमदाबाद (गुजरात) |