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मुगल कालीन शिक्षा एवं साहित्य
मुगल कालीन शिक्षा एवं साहित्य मुगल कालीन शिक्षा :- मुगलकालीन साहित्य :- अनूदित पुस्तकें-
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मुगलकालीन अर्थव्यवस्था
मुगलकालीन अर्थव्यवस्था मुगलकालीन वित्त व्यवस्था :- मुगलकालीन मुद्रा-प्रणाली– मुगलों की आर्थिक व्यवस्थाः उद्योग धंधे, व्यापार एवं वाणिज्य उद्योग धंधे ;- व्यापार एवं वाणिज्य :- उत्तर-पश्चिम में निर्यात के लिए दो स्थल मार्ग मुख्य थे- “मुगल बादशाह सभी आयातों एवं निर्यातों पर साढे तीन प्रतिशत तथा सोने और चाँदी पर दो प्रतिशत चुंगी लेते थे। सूरत…
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मुगलकालीन प्रशासन
मुगलों की प्रशासनिक व्यवस्थाः केन्द्रीय शासन मुगलों का राजत्व सिद्धांत- मुगल प्रशासन का स्वरूप (केन्द्रीय शासन)- अन्य उच्च अधिकारी :- मुहतसिब (सार्वजनिक आचार नियंत्रक) – प्रजा के नैतिक चरित्र की देखभाल करने के लिए औरंगजेब ने मुहतसिबों की नियुक्ति की थी। मुख्यकाजी (काजी-उल-कुजात)- मुगल बादशाह सभी मुकदमों का निर्णय स्वयं नहीं कर सकते थे इसलिए…
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औरंगजेब
औरंगजेब (1658-1707ई.) औरंगजेब के सैन्य अभियान- औरंगजेब की दक्कन नीति- 1) बीजापुर एवं गोलकुडा के विरुद्ध युद्ध एवं विलय 2) मराठों की चार पीढियों शिवाजी(1640-80), शंभा जी(1680-89), राजाराम(1689-1700) एवं उसकी विधवा ताराबाई (1700-1707) के विरुद्ध युद्ध। युद्ध एवं विलय औरंगजेब के समय हुये विद्रोह जाटों का विद्रोह- सतनामी विद्रोह- अफगान विद्रोह- बुंदेलों का…
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शाहजहाँ
शाहजहाँ (1627 – 1658 AD ) जीवन परिचय :- शाहजहाँ के समय हुए विद्रोह- दक्षिण में साम्राज्य विस्तार :- शाहजहाँ के समय हुआ उत्तराधिकार का युद्ध- 6 सितंबर 1657ई. में शाहजहाँ के बीमार पङते ही उसके पुत्रों के बीच उत्तराधिकार का युद्ध प्रारंभ हो गया। जिसमें उसकी पुत्रियों ने भी किसी न किसी युद्धरत शहजादों…
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जहाँगीर
जहाँगीर (शासन काल सन् 1605 से सन् 1627) प्रारंभिक जीवन राज्याभिषेक प्रमुख कार्य ख़ुसरो का विद्रोह साम्राज्य विस्तार अन्य घटनाएँ- अंतिम काल और मृत्यु
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मुगल सम्राट अकबर
मुगल सम्राट अकबर अकबर अकबर के सैन्य अभियान एक नजर में – जैसलमेर( 1570ई.) – ये अभियान निम्नलिखित थे- नोट– तेरहवां अभियान अर्थात् दक्षिण के अभियान के उद्देश्य निम्नलिखित थे- अकबर के समय के विद्रोह- अकबर की राजपूत नीति राजपूत नीति – दमन और समझौते की नीति पर आधारित थी। उसके द्वारा अपनायी गयी नीति पर…
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सूरी वंश
सूरी वंश शेरशाह सूरी( 1540-1545ई. )- शेरशाह एक शासक के रूप में शेरशाह का साम्राज्य विस्तार साम्राज्य विस्तार शेरशाह कालीन प्रशासन केन्द्रीय प्रशासन – प्रांतीय शासन– शेरशाह ने अपने सम्पूर्ण साम्राज्य को 47 सरकारों में विभाजित किया था। सूबा या इक्ता – शेरशाह सूरी के शासन में प्रांतों को सूबा या इक्ता में बांटा गया…
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मुग़ल काल हुमायूँ
हुमायूँ (1530-1556ई.)- अफगानों से लङाई– चुनार का प्रथम घेराव :- 1532ई. में जब हुमायूँ ने पहली बार चुनार का घेरा डाला । उस समय यह किला अफगान नायक शेरखाँ के अधीन था। शेरखाँ ने हुमायूँ की अधीनता स्वीकार ली तथा अपने बेटे कुतुब खाँ के साथ एक अफगान सैनिक टुकङी मुगलों की सेवा में भेज…
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मुग़ल काल बाबर
मुग़ल काल बाबर मुगल, मंगोल एवं तुर्की वंश के मिश्रण से उत्पन्न वंश था। माता की ओर से ये मंगोलवंशी चंगेज खान से संबंध रखते थे तथा पिता की ओर से ये तुर्क शासक तैमूर के वंशज थे। मुगलों ने स्वयं को तिमूर वंशी माना है। बाबर :- (1526 -1530 ) बाबर का जन्म 14…