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Tribal Personalities of Madhya Pradesh
मध्यप्रदेश के प्रमुख जनजातीय व्यक्तित्व Tribal Personalities of Madhya Pradesh टंट्या भील :- इन्हें टंट्या मामा के नाम से भी जाना जाता है। इनका जन्म 1842 में निमाड़ के ( बड़दा गांव) मैं हुआ, 1857 की क्रांति का आदिवासी जननायक कहा जाता है। अंग्रेजो के अत्याचार विरूद्ध टंट्या ने आवाज उठाई लेकिन उन्हें 1 साल…
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Religious and tourist places of Madhya Pradesh
मध्यप्रदेश के प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल Religious and tourist places of Madhya Pradesh मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों का विकास करने की दृष्टि से वर्ष 1978 में म.प्र. राज्य पर्यटन विकास पचमढ़ी :- पचमढ़ी मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले में है। इसे वर्तमान मध्यप्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजाधानी व मध्यप्रदेश की छत कहा जाता है।…
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Folk Music of Madhya Pradesh
मध्यप्रदेश के लोक संगीत Folk Music of Madhya Pradesh लोक संगीत :- निरगुणिया गायन शैली :- कहाँ – यह लोकगीत संपूर्ण निर्माण एवं मालवा अंचल गायन शैली- एकल एवं समूह शैली कब – यह लोकगीत किसी भी समय पर साधु एवं भिक्षुको के द्वारा गाया जाता है। विषय – कबीर, मीरा, रैदस,दादू आदि संतों के …
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folk writers of Madhya Pradesh and their literature
मध्यप्रदेश के प्रमुख लोक साहित्यकार और उनके साहित्य folk writers of Madhya Pradesh and their literature जगनिक :- जन्म- संवत 1208 , आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार जन्म 1230 संवत संरक्षण- कालिंजर नरेश परिमल देव के दरबार में जगनिक न सिर्फ कवि थे बल्कि योद्धा भी थे। रचना -परमाल रासो या आल्हा…
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litterateur of Madhya Pradesh
मध्यप्रदेश के प्रमुख साहित्यकार और उनकी रचनाएँ कालीदास :- litterateur of Madhya Pradesh विक्रमादित्य के राज दरबार के नौ रत्नों में से एक litterateur of Madhya Pradesh जन्म स्थान – उज्जैन रचनांए – ऋतुसंहार, कुमारसंभव, मेघदूत, मालविकाग्निमित्रम्, अभिज्ञान शाकुन्तलम्, विक्रमौर्वशियम। बाणभट्ट :- कन्नौज के शासक सोन नदी तट हर्षवर्द्धन के दरबारी litterateur of Madhya Pradesh…
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Tribes of Madhya Pradesh
मध्यप्रदेश की प्रमुख जनजातियाँ Tribes of Madhya Pradesh 2011 की जनगणना के अनुसार जनजातियों का प्रतिशत मध्यप्रदेश में 21.1% है। लगभग 24 जनजातियां यहां निवास करती हैं। इनकी उपजातियों को मिलाकर इनकी कुल संख्या 90 है। मध्यप्रदेश में लगभग 1.53 करोड़ जनसंख्या इन जनजातियों की है, जो अब भी भारत में सर्वाधिक है ।Tribes of…
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कला और मूर्तिकला , Art and Sculpture of MP
मध्यप्रदेश की प्रमुख कला और मूर्तिकला Art and Sculpture of Madhya Pradesh मध्यप्रदेश की संस्कृति भारतीय संस्कृति सी प्राचीन है , मध्यप्रदेश के अलग – अलग भागों में विभिन्न कला जैसे शिल्पकला , प्रस्तर कला , मूर्तिकला और स्थापत्य कला के अनुपम उदाहरण देखने को मिलते है । कला और मूर्तिकला Art and Sculpture of…
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Madhya Pradesh in freedom movement
स्वतंत्रता आंदोलन में मध्य प्रदेश का योगदान भारत में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का गठन ए ओ हयूम के द्वारा 1885 ई. में मुम्बई में किया गया। यह संस्था भारतीय जनता में राजनैतिक चेतना का मार्ग प्रशस्त करने लगी।Contribution of Madhya Pradesh in freedom movement कांग्रेस का दूसरा अधिवेशन जो 1886 में कोलकाता में संपन्न…
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Major Dynasties of Madhya Pradesh
मध्यप्रदेश के प्रमुख राजवंश Major Dynasties of Madhya Pradesh मध्यप्रदेश का इतिहास उतना ही पुराना है , जितना प्राचीन भारत का इतिहास है । मध्यप्रदेश की नर्मदा नदी , बेतवा नदी , चंबल नदी और अन्य नदी घाटियां इस बात का प्रमाण देती है । इसी ऐतिहासिक भूमि मध्यप्रदेश पर प्राचीन काल से ही अनेकों…