Category: MPPSC

  • भारत में जनगणना

    भारत में जनगणना

        भारत में जनगणना नोडल मंत्रालय: :- कानूनी/संवैधानिक प्रावधान:- सूचना की गोपनीयता:- स्वतंत्रता-पूर्व अवधि में जनगणना:-     प्रारंभिक प्रयास:- भारत की जनगणना संबंधी प्रमुख घटनाएँ/निष्कर्ष :-     पहली जनगणना (वर्ष 1881):-     दूसरी जनगणना (वर्ष 1891):     तीसरी जनगणना (वर्ष 1901):         इस जनगणना में बलूचिस्तान, राजपूताना, अंडमान निकोबार, बर्मा, पंजाब और कश्मीर के सुदूर…

  • भारत में वन्य जीव

    भारत में वन्य जीव

    भारत में वन्य जीव भारत में वन्यजीव संरक्षण परियोजनाएं :- राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) :- वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत वर्ष 2003 में राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड का गठन किया गया था। राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड वन्य पारस्थितिकी से संबंधित मामलों में सर्वोच्च निकाय के रूप में काम करता है। यह निकाय वन्य जीवन से…

  • भारत में कृषि 

    भारत में कृषि 

    भारत में कृषि  :- सबसे बड़े कृषि उत्पादक राज्य और फसलें :- प्रमुख कृषि विधियाँ :- प्रमुख कृषि क्रांति का नाम और संबंधित उत्पाद  :- भारत की प्रमुख फसलें  :- चावल – पश्चिम बंगाल पश्चिम बंगाल भारत में चावल का सबसे बड़ा उत्पादक है, इसके बाद उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश और पंजाब राज्य आते हैं।…

  • भारत में जल संसाधन

    भारत में जल संसाधन

    भारत में जल संसाधन (प्राकृतिक संसाधन ) हम भाग्यशाली है कि भारत के पास विशाल जल संसाधन हैं। संसाधनों में विविधता; हिमानियों, धरातलीय नदियों एवं भूमिगत जल, वर्षा एवं महासागरों के रूप भू-आकारों में विविधता का परिणाम है। अनुमानित औसत वार्षिक वर्षा 117 से.मी. है। भारत में नदियाँ धरातलीय जल का प्रमुख स्रोत हैं। सिंधु,…

  • भारत के खनिज

    भारत के खनिज

    भारत के खनिज :- पृथ्वी के भूगर्भ से खुदाई करके प्राकृतिक रूप से बाहर निकाले गए यौगिक को खनिज कहते हैं । जैसे कि – कोयला, अभ्रक, जस्ता आदि। जिन खनिजों में धात्विक गुण हो और उसमें से धातु आसानी से प्राप्त की जा सके, उसे अयस्क कहा जाता है । जैसे कि हेमेटाइट, बॉक्साइट,…

  • भारत में वन

    भारत में वन

    भारत में वन (प्राकृतिक संसाधन ) भारत अत्यधिक विविधतापूर्ण जलवायु एवं मृदा का देश है। इसीलिए यहां उष्णकटिबंधीय वनों से लेकर टुंड्रा प्रदेश तक की वनस्पतियां पायी जाती हैं। भारत की प्राकृतिक वनस्पतियों को निम्न वर्गों में बांटा जा सकता है। 1. उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन :- ये वन सालभर हरे-भरे रहते हैं। 200 सेमी. से…

  • भारत के भू-आकृतिक प्रदेश

    भारत के भू-आकृतिक प्रदेश

    भारत के भू-आकृतिक प्रदेश देश के संरचना एवं भौतिक स्वरूप में काफी विविधता मिलती है। देश में लगभग 10.6 प्रतिशत क्षेत्र पर पर्वत, 18.5 प्रतिशत क्षेत्र पर पहाड़ीयां, 27.7 प्रतिशत पर पठार और 43.2 प्रतिशत क्षेत्र पर विस्तृत मैदान है। भारत को 5 प्रमुख भू आकृतिक प्रदेशों में विभाजित किया जा सकता है। उत्तर का…

  • भारत की भौतिक विशेषताएँ

    भारत की भौतिक विशेषताएँ

    भारत की भौतिक विशेषताएँ देश का प्राचीन नाम उत्तर भारत में बसने वाले आर्यो के नाम पर आर्यवृत किया गया। इन आर्यो के शक्तिशाली राजा भरत के नाम पर यह भारत कहलाया। वैदक आर्यो का निवास स्थान सिंधु घाटी में था। जिसे ईरानियों ने हिन्दु नदी तथा इस देश को हिंदुस्तान कहा। यूनानीयों ने सिन्धु…

  • रियासतों का एकीकरण और पुनर्गठन

    रियासतों का एकीकरण और पुनर्गठन

    रियासतों का एकीकरण और पुनर्गठन स्वतंत्रता के पश्चात देशी राज्यों (रियासतों) का एकीकरण और पुनर्गठन । त्रावनकोर :-     दक्षिण तटीय राज्य, त्रावनकोर, उन प्रथम रियायतों में से एक था जिसने भारत के साथ विलय पत्र पर हस्ताक्षर करने से इनकार किया था एवं कॉन्ग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्त्व पर प्रश्नचिह्न लगाया था। ऐसा कहा जाता…

  • भारतीय राज्यों के प्रति ब्रिटिश नीति

    भारतीय राज्यों के प्रति ब्रिटिश नीति

    भारतीय राज्यों के प्रति ब्रिटिश नीति :- ईस्ट इंडिया कम्पनी आई तो थी भारत में व्यापार करने के लिए लकिन जब उसने देशी शासकों की कमजोरियों और आपसी वैमनस्यता को देखा तो भारत में साम्राज्य स्थापित करने की लालसा जाग उठी। जब प्लासी के युद्ध के बाद बंगाल पर कंपनी ने अधिकार कर लिया तो…