मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री
मध्य प्रदेश मे अब तक 3 बार राष्ट्रपति शासन लगा है –
- 1977 से 1977 मे श्यामचरण शुक्ल के कार्यकाल में।
- 1980 से 1980 में सुंदर लाल पटवा के कार्यकाल में ।
- 1992 से 1993 में सुंदर लाल पटवा के कार्यकाल में ।
मुख्यमंत्री | कार्यकाल |
1.श्री रविशंकर शुक्ल | 01.11.1956 to 31.12.1956 (मात्र 2 माह) |
2.श्री भगवन्त राव मण्डलोई | 01.01.1957 to 30.01.1957 (मात्र 1 माह) |
3.श्री कैलाश नाथ काटजु | 31.01.1957 to 14.04.1957 (2 वर्ष 14 दिन) |
4.श्री कैलाश नाथ काटजु | 15.04.1957 to 11.03.1962 |
5.श्री भगवन्त राव मण्डलोई | 12.03.1962 to 29.09.1963 |
6.श्री द्वारका प्रसाद मिश्रा | 30.09.1963 to 08.03.1967 |
7.श्री द्वारका प्रसाद मिश्रा | 09.03.1967 to 29.07.1967 |
8.श्री गोविन्द नारायण सिंह | 30.07.1967 to 12.03.1969 |
9.श्री राजा नरेशचन्द्र सिंह | 13.03.1969 to 25.03.1969 (12 दिन ) |
10.श्री श्यामाचरण शुक्ल | 26.03.1969 to 28.01.1972 |
11.श्री प्रकाश चन्द्र सेठी | 29.01.1972 to 22.03.1972 |
12.श्री प्रकाश चन्द्र सेठी | 23.03.1972 to 22.12.1975 |
13.श्री श्यामाचरण शुक्ल | 23.12.1975 to 29.04.1977 |
राष्ट्रपति शासन | 30.04.1977 to 25.06.1977 |
14.श्री कैलाश चन्द्र जोशी | 26.06.1977 to 17.01.1978 |
15.श्री विरेन्द्र कुमार सखलेचा | 18.01.1978 to 19.01.1980 |
16.श्री सुन्दरलाल पटवा | 20.01.1980 to 17.02.1980 |
राष्ट्रपति शासन | 18.02.1980 to 08.06.1980 |
17.श्री अर्जुन सिंह | 09.06.1980 to 10.03.1985 |
18.श्री अर्जुन सिंह | 11.03.1985 to 12.03.1985 (1 दिन ) |
19.श्री मोती लाल वोरा | 13.03.1985 to 13.02.1988 |
20.श्री अर्जुन सिंह | 14.02.1988 to 24.01.1989 |
21.श्री मोती लाल वोरा | 25.01.1989 to 08.12.1989 |
22.श्री श्यामाचरण शुक्ल | 09.12.1989 to 04.03.1990 |
23.श्री सुन्दरलाल पटवा | 05.03.1990 to 15.12.1992 |
राष्ट्रपति शासन | 16.12.1992 to 06.12.1993 |
24.श्री दिग्विजय सिंह | 07.12.1993 to 01.12.1998 |
25.श्री दिग्विजय सिंह | 01.12.1998 to 08.12.2003 |
26.सुश्री उमा भारती | 08.12.2003 to 23.08.2004 |
27.श्री बाबूलाल गौर | 23.08.2004 to 29.11.2005 |
28.श्री शिवराज सिंह चौहान | 29.11.2005 to 12.12.2008 |
29.श्री शिवराज सिंह चौहान | 12.12.2008 to 13.12.2013 |
30.श्री शिवराज सिंह चौहान | 14.12.2013 to 14.12.2018 |
31.श्री कमलनाथ | 17.12. 2018 to 22.03-2020 |
32.श्री शिवराज सिंह चौहान | 23.03-2020…… |
महत्वपूर्ण तथ्य :- ·
- मध्यप्रदेश के पहले मुख्यमंत्री (First Chief Minister of MP) पं. रविशंकर शुक्ल थे। जो 1956 में मध्यप्रदेश के गठन के बाद 1 महीने के लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे।
- भारतीय जनता पार्टी की उमा भारती मध्य प्रदेश की एकमात्र पहली महिला मुख्यमंत्री (First Lady Chief Minister of MP) रहीं हैं. जो 2003 से 2004 तक मध्यप्रदेश की मुख्यमंत्री रही।
- दिग्विजय सिंह, मध्यप्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमत्री थे, जिन्होंने मुख्यमत्री के रूप में 2 बार पूरे पांच वर्ष का कार्यकाल पूर्ण किया।
- मध्यप्रदेश में सबसे कम अवधि के लिए बने मुख्यमंत्री नरेश चन्द्र है जो मात्र 12 दिन के लिए मुख्यमंत्री बने थे। नरेश चन्द्र प्रदेश की प्रथम आदिवासी मुख्यमंत्री थे। जबकि सबसे कम कार्यकाल अर्जुनसिंह (मात्र 1 दिन ) था ।
- मध्यप्रदेश में सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह है ।
- मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए गोविंद नारायण सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान मध्य प्रदेश विधानसभा में सदन के नेता का पद धारण नहीं किया है।
- गोविंद नारायण सिंह मध्य प्रदेश के पांचवें मुख्यमंत्री थे । 26 फरवरी, 1988 से 24 जनवरी, 1989 तक, इ न्होंने बिहार राज्य के राज्यपाल के पद पर कार्य किया था।
- प्रकाश चंद्र सेठी मध्य प्रदेश के 8वें मुख्यमंत्री थे , इन्होने गृह मंत्री, रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री, वित्त मंत्री, रेल मंत्री और भारतीय केंद्र सरकार में आवास और विकास मंत्री के पद पर कार्य किया है ।
- मध्यप्रदेश के प्रथम गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री कैलाशचंद्र जोशी थे ।
- मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के कार्यकाल में भोपाल गैस त्रासदी वर्ष 1984 तथा महिला डकैत फूलन देवी के आत्मसमर्पण की घटना घटित हुई थी।
मुख्यमंत्री के कार्य व शक्तियां :-
- मुख्यमंत्री राज्यपाल और मंत्रिपरिषद के मध्य संवाद की एक कड़ी के रूप में कार्य करता है। मुख्यमंत्री का यह कर्तव्य है कि वह राज्य के प्रशासन एवं विधान से संबंधित विषयों पर मंत्री परिषद द्वारा लिए गए निर्णय की सूचना राज्यपाल को दे।
- मुख्यमंत्री के राज्य के पदाधिकारियों जैसे महाधिवक्ता, राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष व सदस्य राज्य निर्वाचन आयुक्त आदि की नियुक्ति नियुक्ति के संबंध में राज्यपाल को परामर्श देता है मुख्यमंत्री राज्यपाल को विधानमंडल का सत्र आहूत करने सत्रावसान करने तथा विधानसभा विघटित करने के संबंध में सलाह देता है।
- मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों के विभागों का वितरण और परिवर्तन करता है तथा मतभेद होने पर किसी भी मंत्री को त्यागपत्र देने के लिए कह सकता है अथवा राज्यपाल को साला देकर उसे बर्खास्त करने का परामर्श दे सकता है।
- मुख्यमंत्री, मंत्रिपरिषद एवं विधान मंडल की बैठक की अध्यक्षता करता है और वह सभी मंत्रियों को उनके कार्यों में सहयोग,निर्देश और मार्गदर्शन देता है साथ ही उनके कार्यों का नियंत्रण भी करता है।