मध्यप्रदेश में परिवहन ,प्रदेश में परिवहन के साधनों को तीन भागों में बांटा गया है सड़क, वायु एवं रेल परिवहन।
मध्य प्रदेश में सड़क यातायात कार्पोरेशन अधिनियम,1950 के अंतर्गत ‘मध्यप्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम‘ की स्थापना 1962 में की गई।
सड़क परिवहन :-
- म.प्र. राज्य सड़क परिवहन निगम की स्थापना – 1962
- मध्यप्रदेश में गाँवों को सड़कों से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना (2010-11) से प्रारम्भ की गई।
- इन सड़कों की देखरेख व निर्माण केन्द्रीय सार्वजनिक विभाग करता है।
- म.प्र. में सड़कों का सर्वाधिक घनत्व वाला जिला- सतना।
- सबसे कम घनत्व वाला जिला- श्योपुर।
- म.प्र. से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों की संख्या 44 है।
- 44 राष्ट्रीय राजमार्गों में सर्वाधिक लम्बाई NH-46, 634 कि.मी. है जो आगरा-मुम्बई (ग्वालियर से बैतूल) राजमार्ग की है।
- म.प्र. सड़क विकास निगम का गठन किया गया है जो निजी पूँजी निवेश से सड़कों का निर्माण कार्य करेगा।
- म.प्र. में राष्ट्रीय राजमार्गों का चौराहा ब्यावरा (राजगढ़) में है।
- म.प्र. का सबसे छोटा राष्ट्रीय राजमार्ग NH 135 BB है। 7.5 km. जमीरा से बरगढ़ उ.प्र. म. प्र. सीमा पर
- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत म.प्र. में लम्बाई 63614 कि.मी. है।
- म.प्र. में कुल राजमार्ग – 70961
- म.प्र. में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लम्बाई 8858 किमी. है।
- म.प्र. में प्रांतीय मार्गों की लम्बाई 11389 कि.मी. है।
- म.प्र. में जिला मार्गों की लम्बाई 22691 कि.मी. है।
- म.प्र. में ग्रामीण मार्गों की लम्बाई 28023 कि.मी. है।
- सेतु निगम के अन्तर्गत संचालित ब्राण्ड बी.ओ.टी. (BOT)भी इस निगम को सौंपी जायेगी।
- म.प्र. का सबसे बड़ा राजकीय राजमार्ग MP SH 19 जैतपुर (उ.प्र.)से नागपुर (महा.) 743 km.
- म.प्र. का सबसे छोटा राजकीय राजमार्ग MPSH 39A कुशलगढ़ सेmथांदला (झाबुआ) – 22 km.
- म.प्र. के गाँवों को सड़कों से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री सड़क योजना 7 जनवरी 2009 से प्रारम्भ की गई है।
- म.प्र. में सड़कों की लम्बाई प्रति 100 वर्ग कि.मी. पर 52 कि.मी. है जबकि भारत में 75 वर्ग कि.मी. है।
- राज्य में देश का लगभग 8% राष्ट्रीय राजमार्ग है।
- NH-7 एवं NH-27 का संगम बिन्दु रीवा जिला है।मध्यप्रदेश में परिवहन
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-
- सामान्य क्षेत्र में 500 या इससे अधिक जनसंख्या होनी चाहिए।
- पहाड़ी/मरुस्थल/आदिवासी क्षेत्र में 250 या अधिक जनसंख्या सम्पर्क विहीन ग्रामों को बारहमासी सड़कों से जोड़ना 25 सितम्बर 2000 से प्रारम्भ । मध्यप्रदेश में परिवहन
मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना–
- 1 अप्रैल 2010 में प्रारम्भ , इस योजना के अंतर्गत सामान्य क्षेत्र में 500 आबादी एवं आदिवासी क्षेत्र में 250 आबादी वाले क्षेत्रों को बारहमासी पक्की सड़कों को जोड़ना ।
- म.प्र. में प्रति 100 वर्ग कि.मी. क्षेत्र में सड़कों की लम्बाई लगभग 23 किमी. है।
- 1 जनवरी 2014 से मुख्यमंत्री खेत-सड़क योजना प्रारंभ की गई।
- राज्य में वर्ष 2005 को सड़क वर्ष के रूप में मनाया गया।
- म.प्र. की सबसे बड़ी सड़क परियोजना (1906 km लंबी) नर्मदा एक्सप्रेस वे (प्रस्तावित) -अनूपपुर से आलीराजपुर (6 LAN) ।
- चंबल एक्सप्रेस वे (प्रस्तावित)- कोटा, श्योपुर, मुरैना, भिण्ड, इटावा नया नाम अटल एक्सप्रेस वे ।
- दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस वे (निर्माणाधीन )। यह म.प्र. के 144 गाँवों व 3 जिले- मंदसौर, रतलाम, झाबुआ से गुजरेगा।
अमृत योजना (AMRUT ) – 2015
“Atal Mission for Rejuvenation and Urban Transforma- ” tion
उद्देश्य :- जल, सीवरेज व परिवहन (सिटी बस) की सुविधा उपलब्ध करवाना है ।
- म.प्र. का सबसे लंबा सड़क पुल तवा पुल (होशंगाबाद ) मध्यप्रदेश में परिवहन
मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग :-
मध्यप्रदेश में कुल 44 राष्ट्रीय राजमार्ग है।
क्र. | राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक | कहाँ से कहाँ तक | लंबाई (कि.मी. में) |
1 | NH-16G | जामोड़ से खाकनार | 20 |
2 | NH-27 | कोरस से शिवपुरी | 122 |
3 | NH-30 | मनिगवा से जबलपुर | 493 |
4 | NH-34 | छतरपुर से जबलपुर | 369 |
5 | NH-39 | नवगांव से सिंगरौली | 393 |
6 | NH-43 | अमानगंज से शहडोल | 435 |
7 | NH-44 | सागर से सिवनी | 572 |
8 | NH-45 | डिण्डोरी से जबलपुर,नरसिंहगढ़ | 495 |
9 | NH-46 | ग्वालियर से बैतूल | 634 |
10 | NH-47 | रामा से चिचोली | 559 |
11 | NH-52 | राजगढ़ से सेंधवा | 454 |
12 | NH-56 | भाबरा से अलीराजपुर | 52 |
13 | NH-135 | उत्तरप्रदेश बार्डर से मनगवा | 65 |
14 | NH-135B | डभौर से सिरमौर | 80 |
15 | NH-135BB | जमीरा बड़गढ़ | 7.5 |
16 | NH-135BD | सिरमौर से पनगढ़ी | 36 |
17 | NH-135BG | मनगवा से सतना | 121 |
18 | NH-135C | पिपरा से सिंगरौली | 72 |
19 | NH-146 | भोपाल से विदिशा, सागर | 168 |
20 | NH-146B | बुदनी से नसरूल्ला गंज | 50 |
21 | NH-147E | झाबुआ से रायपुरिया | 34 |
22 | NH-148N | रतलाम से जावरा | 255 |
23 | NH-339 | नवगांव से उत्तरप्रदेश बार्डर | 15 |
24 | NH-339B | मीठा से खजुराहो | 9 |
25 | NH-346 | झरखेड़ा से चंदेरी | 222 |
26 | NH-347 | मुल्ताई से सिवनी | 152 |
27 | NH-347A | मुल्ताई से महाराष्ट्र बार्डर | 23 |
28 | NH-347B | आशापुर से बड़वानी | 287 |
29 | NH-347BG | दसगांव से भवरकुंआ, इंदौर | 106 |
30 | NH-347C | गुजरीधार – महाराष्ट्र बार्डर | 201 |
31 | NH-539 | ओरछा से शाहगढ़ | 150 |
32 | NH-543 | शहडोल से बालाघाट | 359 |
33 | NH-547 | हरई से सौसर | 267 |
34 | NH-548C | बड़ागांव महाराष्ट्र से बैतूल | 78 |
35 | NH-552 | श्योपुर से भिण्ड | 402 |
36 | NH-552G | सोयत से उज्जैन | 192 |
37 | NH-719 | भिण्ड से ग्वालियर | 108 |
38 | NH-752B | सुसनेर से सिरोंज | 151 |
39 | NH-752C | जीरापुर से आष्टा | 139 |
40 | NH-752G | सेंधवा से महाराष्ट्र | 53 |
41 | NH-753L | बुरहानपुर से खण्डवा | 93 |
42 | NH-927A | रतलाम से बासवाड़ा | 37 |
43 | NH-934 | बंडा से बीना | 170 |
44 | NH-943 | पवई से सलेहा | 70 |
मध्यप्रदेश में वायु परिवहन :-
- मध्यप्रदेश में कुल 26 हवाई पट्टियां हैं।
- भोपाल हवाई अड्डे का नाम राजा भोज हवाई अड्डा है।(अन्तराष्ट्रिय )
- इंदौर हवाई अड्डे का नाम अहिल्या बाई हवाई अड्डा है।(अन्तराष्ट्रिय )
- जबपुर हवाई अड्डा दुमना हवाई अड्डा है।
- प्रदेश मे पॉच हवाई अड्डे- खुजराहो, ग्वालियर, भोपाल, इंदौर और जबलपुर में है।
- प्रदेश में कुल 26 हवाई पट्टियाँ हैं। जिनमें से- 7 राष्ट्रीय विमानपत्तन, 8 लोक निर्माण विभाग, 2 विद्युत मण्डल 8 विभिन्न संस्थाओं के आधिपत्य में हैं एवं 1 हवाई पट्टी वायु सेना के आधिपत्य में है।
- एयर टैक्सी सेवा प्रारंभ – निजी विमान सेवाओं के शुरू होने से सभी शहरों में वायु यातायात बढ़ा है।
- राज्य का एकमात्र कान्हा राष्ट्रीय उद्यान जहाँ हवाई पट्टी है।
- दक्कन एयरवेज, किंगफिशर आदि मध्यप्रदेश के शहरों को नियमित सेवा पहुँचाने वाली कंपनी है।
म.प्र. में रेलमार्ग :-
- प्रदेश में रेलमार्गों की लंबाई लगभग 4903 किमी है।
- प्रदेश का सबसे बड़ा जंक्शन इटारसी है।
- भारत के 18 रेलवे जोन में से मध्यप्रदेश में एक है।
- पश्चिम मध्य रेलवे जोन का मुख्यालय जबलपुर है।
- म.प्र. में सर्वप्रथम रेलमार्ग का निर्माण 1865 में किया गया था।
- भोपाल का हबीबगंज स्टेशन (कमलापति स्टेशन ) आई.एस.ओ. प्रमाणित है। यह देश का पहला निजी रेल्वे स्टेशन है।
- मध्यप्रदेश में रेल सेवा आयोग का मुख्यालय भोपाल में है।
- प्रदेश का पहला पूर्णतः महिला संचालित पिंक रेल्वे स्टेशन- मदन (मदल (जबलपुर) है।
- मध्यप्रदेश में मेट्रो सेवा – जबलपुर मेट्रो , भोज मेट्रो भोपाल , इंदौर मेट्रो ( सभी प्रस्तावित )
वर्तमान मे प्रदेश में तीन रेलवे जोन हैं-
- पश्चिम मध्य रेलवे- जबलपुर, सागर, सतना, खंडवा, विदिशा, होशंगाबाद, एवं भोपाल जिले आते हैं।
- पश्चिम रेलवे- इंदौर, देवास, सीहोर, उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, नीमच आदि।
- दक्षिण पूर्वी मध्य रेलवे- शहड़ोल, छिंदवाड़ा, बालाघाट, सिवनी आदि जिले।