मुगल कालीन शिक्षा एवं साहित्य

मुगल कालीन शिक्षा एवं साहित्य

मुगल कालीन शिक्षा एवं साहित्य

मुगल कालीन शिक्षा :-

  1. मुगल शासकों ने शिक्षा का पोषण किया। मुगल काल में मकतब (प्राइमरी शिक्षा) और मदरसों की व्यवस्था होती थी,जहाँ शिक्षा दी जाती थी।
  2. बाबर के समय में एक विभाग- शुहरते-आम होता था, जो स्कूल एवं कालेजों की व्यवस्था करता था।
  3. हुमायूँ ज्योतिष एवं भूगोल का अच्छा ज्ञाता था। उसने माहन अनगा (अकबर की धाय माँ) के सहयोग से दिल्ली में मदरसा-ए-बेगम की स्थापना की थी।
  4. हुमायूँ के बारे में कहा जाता है कि – वह सदैव अपने साथ एक चुना हुआ पुस्तकालय लेकर चलता था।
  5. अकबर स्वयं अशिक्षित था, किन्तु उसने शिक्षा के विकास के लिए-फतेहपुर सीकरी,आगरा एवं लाहौर आदि अनेक स्थानों पर मकतब एवं मदरसों का निर्माण कर शिक्षा को प्रोत्साहन दिया।
  6. जहाँगीर ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की थी, जिसके अनुसार किसी संपन्न व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर राज्य उसकी संपत्ति लेकर मदरसों एवं मठों का निर्माण एवं मरम्मत करायेगा।
  7. अकबर के काल में फारसी को बहुत प्रश्रय मिला था, जिससे फारसी के अलावा स्थानीय भाषा (हिन्दवी) में कागजात रखना बंद कर दिया गया।
  8. शाहजहाँ ने दिल्ली में एक नये कालेज का निर्माण करवाया तथा – दारूल-बर्का नामक कालेज की मरम्मत करवायी।
  9. मुगल राजपरिवार का सर्वाधिक विद्वान शाहजादा दाराशिकोह था, वह हमेशा विद्वानों एवं संतों का आदर करता था।

मुगलकालीन साहित्य :-

  1. तुजुके बाबरी(बाबरनामा)- यह पुस्तक बाबर(स्वयं की आत्मकथा)द्वारा तुर्की भाषा में लिखी गई।
  2. दीवान (काव्य-संग्रह)- तुर्की भाषा में बाबर द्वारा लिखित।
  3. रिसाल-ए-उसज(खत-ए-बाबरी)- यह तुर्की भाषा में बाबर द्वारा लिखित।
  4. मूबइयान(मुस्लिम कानून की पुस्तक)-यह पद्य शैली में तुर्की भाषा में बाबर द्वारा लिखित।
  5. हुमायूँनामा– फारसी भाषा में गुलबदन बेगम द्वारा लिखित।
  6. तारीखे-रशीदी-फारसी भाषा में मिर्जा हैदर दोगलत ( बाबर का मौसेरा भाई) द्वारा रचित।
  7. तजकिरात-उल-वाकियात-फारसी भाषा में जौहर आफतावची(हुमायूँ का पुराना नौकर) द्वारा लिखित।
  8. वाकयात-ए-मुश्ताकी- फारसी भाषा में रिज्जकुल्लाह मुश्ताकी द्वारा लिखित।
  9. तोहफा-ए-अकबरशाही-अब्बास खाँ सरवानी द्वारा फारसी भाषा में लिखित।
  10. नफाइस-उल-मासिर-मीर अलाद्दौला कजवीनी द्वारा फारसी भाषा में लिखा गया।
  11. तारीख-ए-अल्फी-मुल्ला– दाउद द्वारा फारसी भाषा में लिखा गया।
  12. अकबरनामा(आइने-अकबरी)-अबुल फजल द्वारा फारसी भाषा में लिखा गया।
  13. तबकाते-अकबरी- यह फारसी भाषा में निजामुद्दीन अहमद द्वारा लिखा गया।
  14. मुन्तख-उल-तवारीख-यह फारसी भाषा में अब्दुल कादिर बदायूँनी द्वारा लिखा गया।
  15. तुजुके जहाँगीरी(जहाँगीर की आत्मकथा) – इसकी रचना फारसी भाषा में जहाँगीर,मौतमिद खां,मुहम्मद हादी
  16. इकबालनामा-ए-जहाँगीरी-फारसी  भाषा में मौतमिद खाँ बख्शी द्वारा रचित।
  17. मआसिरे-जहाँगीरी-यह फारसी भाषा में ख्वाजा कामगार द्वारा रचित है।
  18. पादशाहनामा-मोहम्मद अमीन कजवीनी द्वारा फारसी भाषा में रचित।
  19. पादशाहनामा-फारसी भाषा में अब्दुल हमीद लाहौरी,मोहम्मद वारिस ने पूर्ण किया।
  20. अमल-ए-सालेह-फारसी भाषा में मोहम्मद सालेह द्वारा रचित।
  21. चहार-चमन-फारसी भाषा में चंद्रभान द्वारा रचित।
  22. शाहजहाँनामा–फारसी भाषा में इनायत खाँ द्वारा रचित।
  23. आलमगीरनामा-यह फारसी भाषा में काजिम शीराजी द्वारा रचित।
  24. वाकयात-ए-आलमगीरी-फारसी भाषा में आकिल खाँ द्वारा रचित।
  25. फुतुहात-ए-आलमगीरी-फारसी भाषा में ईश्वरदास नागर द्वारा रचित।
  26. मासिर-ए-आलमगीरी–फारसी भाषा में साकी मुसतिद खाँ द्वारा रचित।
  27. मुन्तखब-उल-लुबाब-फारसी भाषा में खफी खाँ द्वारा रचित।
  28. नुख्शा-ए-दिलकुशाँ– फारसी भाषा में भीमसेन सक्सेना बुरहानपुरी द्वारा रचित।
  29. खुलासत-उल-तवारीख-फारसी भाषा में सुरजनराय भंडारी द्वारा रचित।
  30. मज्म-उल-बहरीन-फारसी भाषा में दाराशिकोह द्वारा रचित।

अनूदित पुस्तकें-

  1. रज्मनामा(महाभारत के विभिन्न भागों का समकलन)- फारसी भाषा में बदायूँनी,नकीब खाँ एवं अब्दुल कादिर द्वारा किया गया।
  2. रामायण– इसका फारसी भाषा में संकलन अब्दुल कादिर बदायूँनी ने किया था।
  3. अथर्ववेद – इसका फारसी भाषा में संकलन हाजी इब्राहीम सरहिन्दी ने किया था।
  4. भागवत पुराण-फारसी भाषा में संकलन राजा टोडरमल ने किया था।
  5. भगवद् गीता- फारसी भाषा में संकलन दारा शिकोह ने किया था।
  6. योगवशिष्ठ – फारसी भाषा में दारा शिकोह द्वारा संकलित ।
  7. बावन उपनिषद(सिर्र-ए-अकबर) – फारसी भाषा में संकलन दारा शिकोह द्वारा।
  8. कालिया दमन(अयार-अ-दानिश)-फारसी भाषा में अबुल फजल ।
  9. राजतरंगिणी– फारसी भाषा में मौलाना शाह मुहम्मद शाहाबादी।
  10. लीलावती (गणित की पुस्तक)-फारसी भाषा में फैजी द्वारा।
  11. बाबरनामा – फारसी भाषा में अब्दुर्रहीम खानखाना एवं पायंदा खाँ द्वारा।
  12. तजक या तुजुक (ज्योतिष ग्रंथ) – फारसी भाषा में जहार-ए-जहन नाम से  मुकम्मल खाँ गुजराती द्वारा अनुवादित किया गया है।
  13. नल-दमयंती- फारसी भाषा में फैजी द्वारा अनुवादित।

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